तुलसी
भावना मिश्रा
तुलसी एक पवित्र पौधा है,इसे भगवती के रूप में पूजा जाता है। तुलसी का बोटेनिकल नाम ओसीमम सेक्टम (Ocimum Sanctum) है और ये लेमीयरस (Lamiales) फैमिली से संबंध रखता है। यह एक औषधीय पौधा है और इसकी खेती धार्मिक और पारंपरिक चिकित्सा प्रयोजन के लिए की जाती है।यह व्यापक रूप से एक हर्बल चाय के रूप में और आयुर्वेद में उपयोग किया जाता । परंपरागत रूप से तुलसी को हिन्दु घरो प्रांगण के केंद्र में लगाना बहुत शुभ माना जाता है।
तुलसी के पत्ते विष्णु भगवान् और अन्य देवताओं की पूजा में प्रयोग करते है।तुलसी के पौधे में धूप- दीप,अगरबत्ती आदि से पूजा करते है। वैष्णव परम्परा के अनुसार हिन्दू तुलसी के तने या जड़ों से बने मोतियों से बनी माला प्रार्थना करने के लिए उपयोग करते है,जो दीक्षा का एक महत्वपूर्ण प्रतीक हैं।वैष्णवों के साथ तुलसी का बहुत गहरा संबंध है,और विष्णु के अनुयायी ' गले में तुलसी धारण करने वाले' के रूप में जाने जाते है।
तुलसी विवाह को भी एक त्योहार के रूप में मनाते है,जो प्रबोधिनी एकादशी ( कार्तिक के हिन्दु महीने के उज्जवल पखवाड़े के 11 वें 12 वें चंद्र दिन) और कार्तिक पूर्णिमा के बीच कभी भी किया जाता है।
तुलसी को सभी जड़ी बूटियों की रानी कहा जाता है। इसका उपयोग आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में किया जाता है जो मानव शरीर को प्राकृतिक तरीके से ठीक करने में मदद करता है। तुलसी के पत्तों का उपयोग बुखार से लेकर गुर्दे की पथरी जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पाने में किया जाता है। यह थायराइड और मधुमेह के इलाज में बहुत कारगर है। तुलसी के पत्तों को गर्म पानी और चाय में मिलाकर पिया जाता है जो कि सर्दी जुकामग से निजात देता है और इसके पतियों की भाप लेने से साइनस जेसी बीमारी से छुटकारा मिल जाता है।आयुर्वेदिक ग्रंथों ने भी इसे उत्तेजक, ज्वरनाशक और सुगंधित जड़ी बूटी की उपाधि दी है।
तुलसी त्वचा को चमकदार बनाने और चेहरे के दाग-धब्बों को दूर करने में मदद करती है। तुलसी त्वचा के संक्रमण और किसी भी प्रकार की त्वचा की एलर्जी को ठीक करने में प्रयोग होता है। तुलसी बालों को झड़ने से रोकने,बालों का सफेद होना कम करने ,उन्हें घना और काला करने, रूसी को कम करने और ड्राई स्कैल्प को रोकने में मदद करती है। तुलसी की चाय पाचन तंत्र को बढ़ावा देने में और शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करती है जो जल्दी वजन कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। तुलसी की चाय में शून्य कैलोरी होती है जो कि सहनशक्ति को बढ़ाती है। तुलसी की पत्तियों को रात भरभिगोकर उसके पानी से आँखों को धोने से आँखों को ठंडक मिलती है।
तुलसी के तेल में विटामिन सी और ए और फाइटोन्यूट्रिएंट्स हैं, जो उत्कृष्ट एंटीऑक्सिडेंट के रूप में उपयोग किए जाते हैं। तुलसी का प्रयोग हर्बल टी को बनाने में होता है जो कि एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। इसका उपयोग कीड़े के काटने के इलाज के लिए भी किया जाता है। तुलसी का उपयोग हृदय रोग और साँस की समस्याओं जैसे अस्थमा के इलाज के लिए भी किया जाता है। संक्षेप में कहें तो तुलसी हमारे जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा है और इसीलिए इसे तुलसी माँ की उपाधि दी गयी है ।
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