मेरी प्यारी मां।
योगिता साहू
मां! दुनिया की वह अमूल्य धरोहर है,
जो अपनी खुशी को एक ओर रखकर अपने बच्चों की खुशी के बारे में सोचती है।
कितने कष्ट सहती है मां, पर हमें कभी बताती नहीं।
खुद छुप के रोती है, पर हमारी आंखों में कभी आंसू भी नहीं आने देती।
हमें हंसता हुआ देखकर, खुद हंसती है।
हमारे हर एक कदम में हमारा साथ देती है मां।
वो सिर्फ एक मां ही नहीं बल्कि ब्रह्मांड की वह अनमोल धरोहर है,
जो अपना सबकुछ त्याग कर सिर्फ हमारे बारे में सोचती है।।
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