महाराष्ट्र एक घर
वंश काळे
यह संत ज्ञानेश्वर की पुण्यभूमि है
यहाँ भगवान राम की पंचवटी है
यहाँ शिवाजी महाराज की रणनीति है
यहाँ बालासाहेब की राजनीती है
यहाँ महालक्ष्मी की धूप है
यहाँ हाजीअली की छाँव है
यहाँ अंग्रेजो की पहली रेल है
यहाँ कोकण की एक नाव है
यहाँ सचिन का बल्ला है
यहाँ समधुर लता का गला है
यहाँ अजंठा - एलौरा की कला है
यहाँ अष्टविनायक और शिर्डी वाले साईं की दया है
यहाँ अमिरो की इमारत है
यहाँ गरिबों की बस्ती है
फिल्मी कलाकारों से लेकर मुंबई का डिब्बेवाला सभी यहाँ एक हस्ती है
झेला इसने लातूर का भूकंप
और छत्तीस ग्यारह की तबाही है
फिर भी दट के खड़ा, यह देश का पश्चिमी सिपाही है
यहां पर बसने वाले हिन्दू, मुस्लिम, सीख और ख्रिचन है
ना सिर्फ मराठी बोलने वाला, पर यहां रहने वाले हर एक महाराष्ट्रीन है
यह देश का सबसे बड़ा अस्त्र है
यह अनेकता में एकता का शस्त्र है
यह अपनेआपमें ही है
यह सबका घर महाराष्ट्र है ।
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