सरस्वती वंदना
भावना मिश्रा
(वसंत पंचमी के अवसर पर)
जय जय जय माँ शारदे भवानी
विनती करू कल जोड़ी,
जगमग ज्योति जले मंदिर मे
गूँजे चहूँ दिश शोर।
श्वेत वस्त्र तन,श्वेत ही आसन
कमल पुष्प से सजा सिंघासन-2
चरण शरण पूजे अज्ञानी
जय जय जय माँ शारदे भवानी
विनती करूँ कल जोड़ी,
जगमग ज्योति जले मंदिर मे
गूँजे चहूँ दिश शोर ।।1।।
जय जय जय माँ शारदे भवानी…..
महिमा तुम्हारी सबसे न्यारी
कुंभ कर्ण पर परी तू भारी -2
सुनो ममता मयी भावना हमारी
जय जय जय माँ शारदे भवानी
विनती करूँ कल जोड़ी,
जगमग ज्योति जले मंदिर मे
गूँजे चहूँ दिश शोर। ।।2।।
जय जय जय माँ शारदे भवानी….
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