स्वास्थ्य रक्षण में आहार का महत्व
डॉ संगीता पाहुजा
स्वास्थय और आहार का, आश्रय आश्रयी भाव |
जैसा आहार वैसा स्वास्थय, जैसा स्वास्थय वैसा आहार |
यही हमारी संहिताओं में दिया गया सुविचार |
पालना जो करे, पथ्य आहार की, स्व प्रकृति अनुसार |
दोष, धातु, अग्नि,मल क्रिया सब समता में रहें,
प्रसन्न रहें आत्मा, इंद्रिय और मन |
रोगी के रोग को दूर करे, स्वस्थ के स्वास्थय की रक्षा करे |
पालना करे जो पथ्य आहार की, स्व प्रकृति, देश, बल और काल अनुसार |
ऋतु अनुसार आहार कर, ऋतुचर्या का जो पालन करे,
सर्वदा स्वस्थ देह का लाभ धरे |
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