मैं और IOMS
काजल
मैं IOMS की छात्रा हूँ। मैं IOMS में पिछले एक साल से पढ़ रही हूँ। IOMS मे पढ़ने से मुझे बहुत अच्छा लगता है। पहले मुझे किसी भी अध्यापक/ अध्यापिका से बात करने मे भय लगता था, परंतु जब से मैं IOMS मे पढ़ने लगी हूँ मैं अध्यापक /अध्यापिका से अपने प्रश्न और शंकाए पूछ सकती हूँ।
IOMS मे मुझे किताबी शिक्षा के साथ - साथ नैतिक शिक्षा भी मिलती है, जो मुझे मेरे जीवन में एक अच्छा व्यक्ति तथा सहिष्णुता में विश्वास करने में सहायक बनाती है । IOMS के अध्यापक / अध्यापिका किसी भी concept को रोजमर्रा के अनुभवों से जोडकर बहुत आसानी से समझाते हैं और उनके पढाने के बाद वह concept मुझे बहुत आसान लगता हैं। इससे मेरी पढ़ने की जिज्ञासा और भी बढ़ गयी है। IOMS की कक्षा में प्रश्न पूछने के लिए कभी डांटा नहीं जाता, बल्कि पश्न पूछने के लिए प्रेरित किया जाता हैं। परंतु, यदि हम पश्नोत्तर नहीं करें तो हमें अवश्य डांटा पडती है ।
IOMS में पढ़ने से मुझमें एक अलग आत्मविश्वास जागृत हो रहा है, इस कारण प्रश्न पूछने में मुझे एक अलग प्रेरणा मिलती है । IOMS में हमसे पढाई की कोई फीस नहीं ली जाती है । ये गरीब पर्यवेक्ष के विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी है ।
मेरी ईश्वर से प्रार्थना है की मेरे समान साधन विहिन विद्यार्थी इस IOMS के महत्व को अनुभव करें और इसका ईमानदारी और अनुशासन से पूरा लाभ लेकर अपने जीवन में प्रगति करे।
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