फागुनी बयार
प्रकाश केवडे
निकल पडी हौले
हौले फागुनी बयार
सूखे उडते पत्ते
टेसू के नारंगी फूल
पलाश की कलियाँ
आमों के बौर
यह सब इसके यार।
निकल पडी हौले
हौले फागुनी बयार।
धूप हुई जवान
घांस ने ओढ लिया
पीला सूखा परिधान
महुये के वृक्ष तले
बैठे हैं मेजबान।
निकल पडी हौले
हौले फागुनी बयार
होली के रंग
अबीर गुलाल संग
साथ में थोड़ी
सी भंग की तरंग
ढोल के थाप पर
नाच उठी बहार।
निकल पडी हौले
हौले फागुनी बयार।
—00—