गाँव
डॉ संगीता पाहुजा
गाँव शब्द के उच्चारण मात्र से, स्मरण होता जन्म भूमि का,
रीति रिवाजों का, संस्कारों का |
प्यार, मोहब्बत से भरपूर परिवारों का,
हरे, भरे खलिहानों का,
खेतों का, बागानों का |
दूध, दही व माखन की मटकी का,
प्रकृति के अद्भुत सौंदर्य का, शुद्ध, ताजी हवाओं का, पेड़, पौधो की छाँव का |
चहचहाते पक्षियों के कलरव का,
कृत्रिमता से अनभिज्ञ निश्छल प्रेम का,
सरल, साधारण,सादगी पूर्ण मित्रों के व्यवहार का |
वृद्धजनों के सत्कार का, आत्मीयता से भरपूर संयुक्त परिवारों का|
करो प्रतिज्ञा गाँवों के उद्धार की, मातृभूमि के उत्थान की |
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